त्योहारी सीजन में राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क प्रशासन ने शिकारियों की घुसपैठ रोकने के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। पार्क की सभी रेंजों में गश्त बढ़ा दी है। जंगली जानवरों के शिकार रोकने के लिए चप्पे-चप्पे निगरानी की जा रही है।
दीपावली और दूसरे प्रमुख त्योहारों पर जंगली जानवर शिकारियों के साफ्ट टारगेट बनते हैं। त्योहारों पर अधिकारी और कर्मचारी घर-परिवार में व्यस्त हो जाते हैं। इसी का फायदा उठाकर शिकारी जंगलों में शिकार करते हैं।
जानवरों की हड्डियों, खाल, सींग और दूसरे अंग की तस्करी की जाती है। राजाजी नेशनल पार्क के वार्डन कोमल सिंह ने बताया कि दीपावली को लेकर अभी से रेड अलर्ट जारी हो गया है। राजाजी नेशनल पार्क सभी सात रेंजों में चौकसी बढ़ा दी गई है।
कर्मचारियों को लगातार गश्त करने और संवेदनशील इलाकों की नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। वॉच टावरों से नजर रखी जा रही है। शिकारियों की घुसपैठ रोकने के लिए मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय कर दिया है।
खत्तों में रहने वाले परिवारों को भी सतर्क रहने और किसी भी तरह की गतिविधि और संदिग्ध व्यक्तियों के आवागमन में सूचित करने के निर्देश दिए हैं।
सार
शिकारियों की घुसपैठ रोकने के लिए की जा रही निगरानी
विस्तार
त्योहारी सीजन में राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क प्रशासन ने शिकारियों की घुसपैठ रोकने के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। पार्क की सभी रेंजों में गश्त बढ़ा दी है। जंगली जानवरों के शिकार रोकने के लिए चप्पे-चप्पे निगरानी की जा रही है।
दीपावली और दूसरे प्रमुख त्योहारों पर जंगली जानवर शिकारियों के साफ्ट टारगेट बनते हैं। त्योहारों पर अधिकारी और कर्मचारी घर-परिवार में व्यस्त हो जाते हैं। इसी का फायदा उठाकर शिकारी जंगलों में शिकार करते हैं।
जानवरों की हड्डियों, खाल, सींग और दूसरे अंग की तस्करी की जाती है। राजाजी नेशनल पार्क के वार्डन कोमल सिंह ने बताया कि दीपावली को लेकर अभी से रेड अलर्ट जारी हो गया है। राजाजी नेशनल पार्क सभी सात रेंजों में चौकसी बढ़ा दी गई है।
कर्मचारियों को लगातार गश्त करने और संवेदनशील इलाकों की नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। वॉच टावरों से नजर रखी जा रही है। शिकारियों की घुसपैठ रोकने के लिए मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय कर दिया है।
खत्तों में रहने वाले परिवारों को भी सतर्क रहने और किसी भी तरह की गतिविधि और संदिग्ध व्यक्तियों के आवागमन में सूचित करने के निर्देश दिए हैं।